Skip to main content

तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) से जुड़े रोचक तथ्य


क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की हैं कि आखिर इस तिरंगे को किसने बनाया ? क्या आपको पता हैं शहीदों पर लिपटे हुए तिरंगे का क्या होता हैं ? आज आपको राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े तमाम ऐसे ही सवालों के जवाब देंगे।



★ भारत के राष्ट्रीय ध्वज को “तिरंगा” नाम से भी सम्बोधित करते हैं. इस नाम के पीछे की वजह इसमें इस्तेमाल होने वाले तीन रंग हैं, केसरिया, सफ़ेद और हरा।

★ भारत के राष्ट्रीय ध्वज में जब चरखे की जगह अशोक चक्र लिया गया तो महात्मा गांधी नाराज हो गए थे। उन्होनें ये भी कहा था कि मैं अशोक चक्र वाले झंडे को सलाम नही करूँगा।

★ संसद भवन देश का एकमात्र ऐसा भवन हैं जिस पर एक साथ 3 तिरंगे फहराए जाते हैं।

★ किसी मंच पर तिरंगा फहराते समय जब बोलने वाले का मुँह श्रोताओं की तरफ हो तब तिरंगा हमेशा उसके दाहिने तरफ होना चाहिए।

★ राँची का ‘पहाड़ी मंदिर’ भारत का अकेला ऐसा मंदिर हैं जहाँ तिरंगा फहराया जाता हैं। 493 मीटर की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊंचा झंडा भी राँची में ही फहराया गया हैं।

★ देश में ‘फ्लैग कोड ऑफ इंडिया’ (भारतीय ध्वज संहिता) नाम का एक कानून है, जिसमें तिरंगे को फहराने के कुछ नियम-कायदे निर्धारित किए गए हैं।

★ यदि कोई शख्स ‘फ्लैग कोड ऑफ इंडिया’ के तहत गलत तरीके से तिरंगा फहराने का दोषी पाया जाता है तो उसे जेल भी हो सकती है। इसकी अवधि तीन साल तक बढ़ाई जा सकती है या जुर्माना लगाया जा सकता है या दोनों भी हो सकते हैं।

★ तिरंगा हमेशा कॉटन, सिल्क या फिर खादी का ही होना चाहिए। प्लास्टिक का झंडा बनाने की मनाही हैं।

★ तिरंगे का निर्माण हमेशा रेक्टेंगल शेप में ही होगा। जिसका अनुपात 3 : 2 ही होना चाहिए। जबकि अशोक चक्र का कोई माप तय नही हैं सिर्फ इसमें 24 तिल्लियां होनी आवश्यक हैं।

★ सबसे पहले लाल, पीले व हरे रंग की हॉरिजॉन्टल पट्टियों पर बने झंडे को 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क), कोलकाता में फहराया गया था।

★ झंडे पर कुछ भी बनाना या लिखना गैरकानूनी हैं।

★ किसी भी गाड़ी के पीछे, बोट या प्लेन में तिरंगा यूज़ नहीं किया जा सकता है। इसका प्रयोग किसी बिल्डिंग को ढकने में भी नहीं किया जा सकता हैं।

★ किसी भी स्तिथि में झंडा (तिरंगा) जमीन पर टच नहीं होना चाहिए।

★ झंडे का यूज़ किसी भी प्रकार के यूनिफॉर्म या सजावट के सामान में नहीं हो सकता।

★ भारत में बेंगलुरू से 420 किमी स्थित ‘हुबली‘ एक मात्र लाइसेंस प्राप्त संस्थान हैं जो झंडा बनाने का और सप्लाई करने का काम करता हैं।

★ किसी भी दूसरे झंडे को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगा सकते और न ही बराबर रख सकते हैं।

★ 29 मई 1953 में भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा सबसे ऊंची पर्वत की चोटी माउंट एवरेस्ट पर यूनियन जैक तथा नेपाली राष्ट्रीय ध्वज के साथ फहराता नजर आया था इस समय शेरपा तेनजिंग और एडमंड माउंट हिलेरी ने एवरेस्ट फतह की थी।

★ लोगो को अपने घरों या आफिस में आम दिनों में भी तिरंगा फहराने की अनुमति 22 दिसंबर 2002 के बाद मिली।

★ तिरंगे को रात में फहराने की अनुमति सन् 2009 में दी गई।

★ पूरे भारत में 21 × 14 फीट के झंडे केवल तीन जगह पर ही फहराए जाते हैं: कर्नाटक का नारगुंड किला, महाराष्ट्र का पनहाला किला और मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित किला।

★ राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय में एक ऐसा लघु तिरंगा हैं, जिसे सोने के स्तंभ पर हीरे-जवाहरातों से जड़ कर बनाया गया हैं।

★ भारत के संविधान के अनुसार जब किसी राष्ट्र विभूति का निधन होता हैं व राष्ट्रीय शोक घोषित होता हैं, तब कुछ समय के लिए ध्वज को झुका दिया जाता हैं। लेकिन सिर्फ उसी भवन का तिरंगा झुका रहेगा, जिस भवन में उस विभूति का पार्थिव शरीर रखा हैं। जैसे ही पार्थिव शरीर को भवन से बाहर निकाला जाता हैं वैसे ही ध्वज को पूरी ऊंचाई तक फहरा दिया जाता हैं।

★ देश के लिए जान देने वाले शहीदों और देश की महान शख्सियतों को तिरंगे में लपेटा जाता हैं। इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए। शवों के साथ तिरंगे को जलाया या दफनाया नही जाता बल्कि उसे हटा लिया जाता हैं। बाद में या तो उसे गोपनीय तरीके से सम्मान के साथ जला दिया जाता हैं या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती हैं। कटे-फटे या रंग उड़े हुए तिरंगे के साथ भी ऐसा ही किया जाता हैं।

You may also like

Comments

Popular posts from this blog

मकर रेखा किन देशों से होकर गुजरती है?

★ मकर रेखा विश्व के दस देशों से गुजरती है।उनके नाम निम्नलिखित हैं।  कर्क रेखा विश्व के किन देशों से होकर गुजरती है? • अर्जेंटीना • बोत्स्वाना • दक्षिण अफ्रीका • आस्ट्रेलिया • नामीबिया • मोजाम्बिक • मेडागास्कर • चिली • पराग्वे • ब्राजील ★  You may also like 15 अजीब कानून Old Name Of Some Indian City/village/state Amazing Dates Of 2017 Updated List Of UP Cabinet Ministers

चन्द्र शेखर आजाद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

1. आजाद ने झांसी के पास एक मंदिर में 8 फीट गहरी और 4 फीट चौड़ी गुफा बनाई थी। वहां वह पुजारी के वेश में रहते थे। नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ रोचक तथ्य 2. कहा जाता है कि एक दिन अंग्रेजों ने झाँसी स्थित  आजाद के ठिकाने पर धावा बोल दिया। तब आजाद ने अंग्रेजों को स्त्रीवेश धारण कर चकमा दिया था। 3. जलियांवाला केस के बाद आजाद ने एमपी के झाबुआ में आदिवासियों से तीरंदाजी की ट्रेनिंग ली। वह अपने पास हमेशा माउजर रखते थे। 4. बताया जाता है कि आजाद साथियों के साथ रूस जाकर वहां के नेता स्टालिन की मदद लेना चाहते थे। इसके लिए जवाहर लाल नेहरू से 1200 रुपए मांगे थे 5. आजाद नहीं चाहते थे कि उनकी फोटो अंग्रेजों के हाथ लगे। इसके लिए उन्होंने दोस्त को झांसी भेजा, ताकि अंतिम फोटो की प्लेट नष्ट हो जाए। लेकिन, वह नही टूटी। 6. एक बार दोस्त रुद्रनारायण की आर्थिक स्थिति को देखकर वह खुद को अंग्रेजों के हवाले करने को तैयार हो गए। ताकि, इनाम के पैसे से दोस्त का घर अच्छे से चल सके। 7. आजाद ने अपनी जिंदगी के 10 साल फरार रहते हुए बिताए। इसमें ज्यादातर समय झांसी और आसपास के जिलों में ही बीता। 8. स्वतंत्रता संग्राम में

कर्क रेखा विश्व के किन देशों से होकर गुजरती है?

★ कर्क रेखा विश्व के 18 देशों से होकर गुजरती है। उन देशों के नाम निम्नलिखित हैं। मकर रेखा किन देशों से होकर गुजरती है? • मेक्सिको • अल्जीरिया • माली • मारीतानिया • इजिप्ट (मिस्र) • नाइजर • म्यामार • संयुक्त अरब अमीरात (UAE) • बहामास • ताईवान • ओमान • चाड (उत्तरतम सीमा में) • चीन • बांग्लादेश • मोरक्को • सउदी अरब • भारत • लीबिया ★  You may also like 15 अजीब कानून Old Name Of Some Indian City/village/state Amazing Dates Of 2017 Updated List Of UP Cabinet Ministers