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​जानिए IPC में धाराओ का मतलब ...

दोस्तों आपने IPC की धाराओं के बारे में कई बार सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं इन धाराओं का मतलब। आइए इनमे से कुछ धाराओं के बारे में जानते हैं। टेक्सास के कुछ अजीबोगरीब कानून! ​धारा 307​ = हत्या की कोशिश  ​धारा 302​ = हत्या का दंड ​धारा 376​ = बलात्कार ​धारा 395​ = डकैती ​धारा 377​ = अप्राकृतिक कृत्य ​धारा 396​ = डकैती के दौरान हत्या ​धारा 120​ = षडयंत्र रचना ​धारा 365​ = अपहरण ​धारा 201​ = सबूत मिटाना ​धारा 34​   = सामान आशय ​धारा 412​ = छीनाझपटी ​धारा 378​ = चोरी ​धारा 141​ = विधिविरुद्ध जमाव ​धारा 191​ = मिथ्यासाक्ष्य देना ​धारा 300​ = हत्या करना ​धारा 309​ = आत्महत्या की कोशिश ​धारा 310​ = ठगी करना ​धारा 312​ = गर्भपात करना ​धारा 351​ = हमला करना ​धारा 354​ = स्त्री लज्जाभंग ​धारा 362​ = अपहरण ​धारा 415​ = छल करना ​धारा 445​ = गृहभेदंन ​धारा 494​ = पति/पत्नी के जीवनकाल में पुनः विवाह ​धारा 499​ = मानहानि ​धारा 511​ = आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के प्रयत्न के लिए दंड।  You may also like तिरंगा (राष्ट्रीय ध्वज) से जुड़े रोचक तथ्य 15 अजीब कानून पाकिस्तान के 12 हैरान करदेने

जगन्नाथ पुरी मंदिर से जुड़े 13 रोचक तथ्य

1. पुरी की सबसे खास बात तो स्वयं भगवान जगन्नाथ हैं जिनका अनोखा रूप कहीं अन्य स्थान पर देखने को नहीं मिलता है। नीम की लकड़ी से बना इनका विग्रह अपने आप में अद्भुत है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह एक खोल मात्र है। इसके अंदर स्वयं भगवान श्री कृष्ण मौजूद होते हैं। (यह भी पढ़े – जगन्नाथ की मूर्ति के भीतर दफ़्न है श्रीकृष्ण की मौत से जुड़ा एक राज) जगन्नाथ रथयात्रा से जुड़ी कुछ रोचक बातें 2. जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर लहराता झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में रहता है। 3. तीर्थ में आप कहीं भी हों, मंदिर के ऊपर लगे सुदर्शन चक्र हमेशा सामने ही दिखाई देगा। 4. यह है जगन्नाथ जी का महाप्रसाद। मंदिर में प्रसाद बनाने के लिए सात बर्तन एक दूसरे पर रखा जाते हैं। और प्रसाद लकड़ी जलाकर पकाया जाता है। इस प्रक्रिया में लेकिन सबसे ऊपर के बर्तन का प्रसाद पहले पकता है। 5. समुद्र तट पर दिन में हवा जमीन की तरफ आती है, और शाम के समय इसके विपरीत, लेकिन पुरी में हवा दिन में समुद्र की ओर और रात को मंदिर की ओर बहती है। 6. मुख्य गुंबद की छाया किसी भी समय जमीन पर नहीं पड़ती। 7. मंदिर में कुछ हजार लोगों से लेकर 20 लाख लोग भोज

किन्नर अखाड़ा – जानिए इससे जुडी ख़ास बातें और इसके नियम

किन्नर अखाड़े की महाराष्ट्र पीठाधीश्वर पायल गुरु का कहना है अखाड़ा सिर्फ इसलिए नहीं बनाया गया है कि हम धर्म के क्षेत्र में कोई दखल चाहते हैं, दरअसल इस अखाड़े का मकसद है किन्नरों की छवि को बदलना। शादी और जन्म के मौके पर जो किन्नरों की बधाई टोली चलती है उनको छोड़कर शेष जो किन्नर रेल या अन्य जगहों पर पैसा मांगते हैं या कोई ऐसा काम करते हैं जिससे किन्नरों की छवि खराब होती है, उन लोगों को बदलने के लिए प्रेरित करना इस अखाड़े का मूल उद्देश्य है। किन्नरों से जुड़े 20 रोचक तथ्य ★ किन्नरों के अखाड़े से जुड़े कुछ नियम 1. गुजरात के अहमदाबाद में बहुचरा माता का मंदिर है, जिन्हें मुर्गे वाली माता भी कहते है, ये किन्नरों की कुलदेवी है। किन्नर अखाड़े में भी इनकी पूजा सबसे पहले की जाती है। 2. किन्नर अखाडा द्वारा देशभर में दस मठ बना लिए गए है। इन मठों में पीठाधीश्वरों की नियुक्ति भी हो चुकी है। 3. किन्नर अखाड़े द्वारा गुरु-शिष्य परम्परा के अंतर्गत देशभर के किन्नरों को संत बनाकर अखाड़े से जोड़ा जा रहा है। 4. अखाड़े का दावा है कि अब तक 1 हजार किन्नर दीक्षा ले चुके है और इस आंकड़े को 10 हजार तक पहुंचाया जाना है। 5. किन्न

RBI (रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया) से जुडी 13 रोचक तथ्य

1. मोहर से प्रेरित है आरबीआई का लोगो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का जो लोगो है वह ईस्ट इंडिया कंपनी की डबल मोहर से प्रेरित था, जिसमें थोड़ा-सा बदलाव किया गया है। 10 अरबपति जो पहले बहुत गरीब थे। 2. पहले एक निजी संस्था, अब सरकारी रिजर्व बैंक का गठन एक निजी संस्था के रूप में 1 अप्रैल, 1935 को किया गया था, लेकिन अब यह एक सरकारी संस्था है। इस केंद्रीय बैंक का राष्ट्रीयकरण साल 1949 तक नहीं हो सका था। 3. फाइनेंशियल ईयर 1 जुलाई से 30 जून भारत में फाइनेंशियल ईयर 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होता है, जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का फाइनेंशियल ईयर 1 जुलाई से शुरू होकर 30 जून को समाप्त होता है। 4. सिर्फ करंसी नोट छापता है आरबीआई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सिर्फ करंसी नोटों की छपाई करता है। जबकि, सिक्कों को बनाने का काम भारत सरकार के द्वारा किया जाता है। 5. उडेशी बनी पहली महिला डिप्टी गवर्नर केजे उडेशी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की पहली महिला डिप्टी गवर्नर बनीं। उन्हें साल 2003 में इस पद पर नियुक्त किया गया। 6. 5 और 10 हजार के नोट भी छापे रिजर्व बैंक ने 5,000 और 10,000 रुपए मूल्य वर्ग के नोटों की छपाई साल 1938 में की थी।

सिंहस्थ महाकुंभ : जानिए हिंदू साधू-संतो के 13 प्रमुख अखाड़ों की खास बातें

जूना अखाड़ा :– मान्यता के अनुसार, यह सबसे पुराना अखाड़ा है। इसीलिए इसे जूना (पुराना) नाम दिया गया है। वर्तमान में सबसे ज्यादा महामंडलेश्वर (275) इसी अखाड़े के है। इनमें विदेशी व महिला महामंडलेश्वर भी शामिल है। मोहनजोदड़ो से जुड़े तथ्य अटल अखाड़ा – इस अखाडे में सिर्फ ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य को दीक्षा दी जाती है। अन्य वर्गों को इस अखाड़े में शामिल नहीं किया जाता। आवहन अखाड़ा – अन्य अखाड़ों में महिला साध्वियों को भी दीक्षा दी जाती है, लेकिन आवाहन में महिला साध्वियों की कोई परम्परा नहीं है। निरंजनी अखाड़ा – इस अखाड़े में लगभग 50 महामंडलेश्वर है। सबसे ज्यादा उच्च शिक्षित महामंडलेश्वर इसी अखाड़े में है। अग्नि अखाड़ा – इस अखाड़े में सिर्फ ब्राह्मणों को ही दीक्षा दी जाती है। ब्राह्मण के साथ उनका ब्रह्मचारी होना भी आवश्यक है। महानिर्वाणी अखाड़ा – महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजा का जिम्मा इसी अखाड़े के पास है। यह परम्परा अनेक वर्षों से चली आ रही है। आनंद अखाडा – इस शैव अखाड़े में आज तक एक भी महामंडलेश्वर नहीं बनाया गया है। इस अखाड़े में आचार्य का पद प्रमुख होता है। दिगंबर अणि अखाड़ा – इस अखाड़े में सबसे ज्यादा

मोहनजोदड़ो से जुड़े तथ्य

1. इसका वास्तविक नाम ‘मोहन जो डरो’ नहीं है, वास्तव में इसे ‘मोयन जो दड़ो’ कहा जाता था, जो सिंधी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब ‘मुर्दों का टीला’ है। ये सिंध, पाकिस्तान में है। वहां के लोग इसे मुर्दों का टीला कहते थे। शायद उन्हें इसका इतिहास पहले से पता था। नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ रोचक तथ्य 2. ऐसा माना जाता है की ईसा पूर्व 26 वि सदी में इसकी स्थापना की गई थी। यानी ये करीब 4600 साल पुराना है। 3. ये सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पुराना और नियोजित शहर था। इसकी खोज राखालदास बनर्जी ने 1922 ई. में की थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक सर जॉन मार्शल ने यहां खुदाई करवाई थी। 4. यहां पर 8 फ़ीट गहरा, 23 फ़ीट चौड़ा और 30 फ़ीट लम्बा कुंड भी है। इसमें वाटरप्रूफ ईंट लगी हुई है। ऐसा माना जाता है कि इसका इस्तेमाल नहाने के लिए किया जाता था। यह विश्व का सबसे प्राचीनतम स्नानघर है। 5. हड़प्पा के निवासी घरों और नगरों के निर्माण के लिए ग्रीड पद्धति का इस्तेमाल करते थे। यहां बड़े घर, चौड़ी सड़के और बहुत सारे कुएं होने के प्रमाण है। 6. खुदाई के वक़्त यहां ईमारतें, धातुओं की मूर्तियां और मुहरें आदि मिली है। जिसम

नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

1. यहां की लाइब्रेरी में हजारों किताबों के साथ 90 लाख पांडुलिपियां रखी हुई है। यहां पर बख्तियार खिलजी ने आक्रमण कर आग लगा दी थी जिसे बुझाने में 6 महीने से ज्यादा का वक़्त लगा था। एशिया माहद्वीप से जुड़ी 18 रोचक बातें 2. तक्षशिला के बाद नालंदा को दुनिया की दूसरी सबसे प्राचीन यूनिवर्सिटी माना जाता है। ये 800 साल तक अस्तित्व में रही। 3. यहां पर विद्यार्थियों का चयन मेरिट के आधार पर होता था और निःशुल्क शिक्षा दी जाती थी। इसके साथ उनका रहना और खाना भी पूरी तरह निःशुल्क था। 4. इस यूनिवर्सिटी में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी और 2700 से ज्यादा अध्यापक थे। 5. यूनिवर्सिटी में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कोरिया, जापान, चीन, तिब्बत, इंडोनेशिया, ईरान, ग्रीस, मंगोलिया समेत कई दूसरे देशो के स्टूडेंट्स भी पढ़ाई के लिए आते थे। 6. नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासक सम्राट कुमारगुप्त ने की थी। नालंदा में ऐसी कई मुद्राएं भी मिली है जिससे इस बात की पुष्टि भी होती है। 7. नालंदा की स्थापना का उद्देश्य ध्यान और आध्यात्म के लिए स्थान बनाने से था। ऐसा भी कहा जाता है कि गौतम बुद्ध ने कई ब